- वायरल मार्केटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग मार्केटर्स अपने ब्रैंड के मैसेज को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए करते हैं।
- एक वायरल कैंपेन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेज़ी से फैलता है।
- आमतौर पर इसके लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग किया जाता है।
1. वायरल मार्केटिंग के फ़ायदे:
वायरल मार्केटिंग निम्नलिखित वजहों से छोटे बिज़नेस के लिए यह एक बेहतरीन स्ट्रैटजी है:
- कम लागत: वायरल मार्केटिंग में, आप ऐसा कॉन्टेंट बनाते हैं जिसे आम तौर पर कई लोगों द्वारा शेयर किया जाता है। इस तरह, यह एडवरटाइजिंग और डिस्ट्रीब्यूशन की लागत को कम करता है।
- ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचने की संभावना: एक वायरल मार्केटिंग कैंपेन की मदद से, आप अतिरिक्त प्रयास या निवेश किये बिना दुनिया के किसी भी ऑडियंस तक पहुंच सकते हैं।
- नॉन-इंवेसिव (Non-invasive): वायरल मार्केटिंग में, कॉन्टेंट शेयर करना यूज़र पर निर्भर करता है। इसलिए, अन्य मार्केटिंग कैंपेन की तुलना में इसमें यूज़र की गोपनीयता और स्वतंत्रता को बनाए रखा जाता है।
- ब्रैंड बिल्डिंग (Brand building): बात करें क्रिएटिविटी की, तो अगर आप ऐसा कुछ बनाते हैं जो दूसरों से अलग है और खास है, तो लोग आसानी से आपके ब्रैंड के साथ जुड़ जाते हैं।
2. वायरल मार्केटिंग के उदाहरण
a) चुम्बक (CHUMBAK):
- जब चुम्बक की शुरुआत हुई थी, तब यह बहुत छोटा ब्रैंड था।
- लेकिन स्मार्ट मार्केटिंग और क्रिएटिविटी की मदद से इसने अपने लिए एक खास जगह बनाई।
- आज यह इंडस्ट्रीज के बड़े ब्रैंड्स में से एक माना जाता है।
- इन्होने दिल्ली में स्टोर खोलने के लिए, #BobbyMissing की टैगलाइन के साथ एक वायरल कैंपेन बनाया।
- इससे उन्होंने लोगों को यह बताने की कोशिश की कि उनका “बॉबी” गायब है।
- इसलिए, इसके बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए, वे अपने सोशल मीडिया पेज पर बॉबी के बारे में रेगुलर पोस्ट करते रहते।
- ऐसी क्रिएटिविटी का उपयोग करना जो उत्तेजना, खुशी और शॉक जैसी भावनाएं पैदा करती है, वही वायरल मार्केटिंग को सफल बना सकता है।
b) नेटफ़्लिक्स (Netflix):
- जब नेटफ़्लिक्स ने भारतीय मार्केट को टार्गेट करने का फ़ैसला किया।
- उन्होंने ऑडियंस से जुड़ने के लिए भारतीय तरीका चुना।
- लोकप्रिय कॉमेडियन (अबिश मैथ्यू) के साथ हाथ मिलाया और हैशटैग #TheLifewithoutNetflix के साथ छोटे-छोटे वीडियो जारी करते रहे।
- दरअसल इस आइडिया का उद्देश्य यह बताना था कि कैसे नेटफ़्लिक्स टीवी पर आने वाले कार्यक्रमों से अलग है।
- जल्द ही, यह कैंपेन वायरल हो गया।
c) ज़िवामे (Zivame):
- इन्होने भी इसी स्ट्रैटजी का इस्तेमाल किया और मलिका दुआ (कॉमेडियन) के साथ हाथ मिलाया।
नेटफ्लिक्स और ज़िवामे की मुख्य बातें:
- ह्यूमर चुनें
- इन्फ्लुएंसर्स या हास्य कलाकारों के साथ काम करें
d) डव (रियल ब्यूटी कैंपेन):
- डव ने 2004 में एक रियल ब्यूटी कैंपेन शुरू किया।
- मॉडल की बजाय उन्होंने आम महिलाओं को ब्रैंड एंबेसडर के रूप में पेश किया।
- उनका कैंपेन वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ।
- इस वीडियो में मूल रूप से दिखाया गया था कि महिलाएं अपनी सुंदरता के बारे में क्या सोचती हैं और दूसरे उनके बारे में क्या सोचते हैं।
- वे एक मैसेज देना चाहते थे कि महिलाएं सुंदरता के मामले में खुद को कम आंकती हैं, जो कि सही नहीं है।
डव (रियल ब्यूटी कैंपेन) की मुख्य बातें:
- ग्राहक की परेशानी की वजह को समझें
- भावनाओं को सामने लाने की कोशिश करें
- कनेक्शन बनाएं
e) घड़ी डिटर्जेंट (मास्क चैलेंज):
- कोरोना वायरस महामारी के दौरान, मास्क के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए घड़ी डिटर्जेंट ने अपने लोगो को मास्क से ढक दिया।
- इसके अलावा उन्होंने एक और मैसेज भी दिया की ‘बचाव में ही समझदारी है’।
- उन्होंने यह भी बताने की कोशिश की कि घड़ी डिटर्जेंट से सफ़ाई करने के बाद कोई भी कपड़े को मास्क के रूप में इस्तेमाल कर सकते है।
- जल्द ही, यह मार्केटिंग कैंपेन वायरल हो गया ।
f) बोरोसिल (स्वतंत्रता दिवस कैंपेन):
- बोरोसिल ने स्वतंत्रता दिवस को नए तरीके से मनाने का फ़ैसला किया।
- उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उनके कर्मचारियों द्वारा शीशे के माध्यम से राष्ट्रगान की ध्वनि बनाई गई थी। हालांकि कर्मचारियों को इस बारे में कुछ नहीं बताया गया।
- लेकिन अंतिम परिणाम आने के बाद कर्मचारी दंग रह गए।
- इससे कर्मचारियों के मनोबल बढ़ा और यह वायरल हो गया।
ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बात -
- 60% वायरल कैंपेन मुख्य रूप से छोटे ब्रैंड के होते हैं।
3. वायरल मार्केटिंग- चेकलिस्ट को अपनाएं
a. बेहतरीन प्लानिंग: कुछ अलग करने के लिए एक बेहतरीन प्लानिंग की ज़रुरत होती है। इसके लिए आप निम्नलिखित सवालों पर विचार कर सकते हैं:
- आप अपने लोगों को क्या संदेश देना चाहते हैं?
- आप इसके लिए किस माध्यम का उपयोग करना चाहते हैं?
- आपका टार्गेट ऑडियंस कौन हैं?
b. आइडिया को सरल रखें: अपने आइडिया को सरल रखें, ताकि ऑडियंस को आसानी से समझ आ जाए। हमेशा याद रखें, आपको अपने ऑडियंस को भ्रमित नहीं करना है बल्कि उनको जोड़े रखना है।
c. कुछ ऐसा करें जो किसी ने नहीं सोचा हो: यदि आप चाहते हैं कि लोग आपको नोटिस करें, तो कुछ नया करें। लोग हमेशा नई और अनोखी चीज़ों की तलाश में रहते हैं
d. 3A कांसेप्ट के माध्यम से अपने ऑडियंस से जुड़ें: अपने ऑडियंस को अपने साथ जोड़ने के लिए हमेशा इन तीन कांसेप्ट का उपयोग करें।
- विस्मय (Awe)
- गुस्सा (Anger)
- चिंता (Anxiety)
e. ह्यूमर (हास्य) जोड़ें: ह्यूमर एक यूनिवर्सल अपील है। इसलिए, किसी भी वायरल कॉन्टेंट के लिए हास्य महत्वपूर्ण होता है। आप इसके लिए निम्न माध्यमों का भी उपयोग कर सकते हैं:
- एनिमेशन
- कॉमेडी
- चुटकुले
f. प्रोत्साहन: अगर आप कोई उपयोगी वस्तु मुफ़्त में देते हैं, तो लोग आसानी से आकर्षित हो जाते हैं। इसलिए, कस्टमर का ध्यान आकर्षित करने के लिए, आपको अपने मार्केटिंग कैंपेन में हमेशा ये तीन चीजें करनी चाहिए।
- मुफ्त सेवाएं दें
- ऑफ़र दें
- कूपन दें
g. स्ट्रॉन्ग विज़ुअल स्ट्रैटेजी (Strong Visual Strategy): लोगों को एक दिलचस्प कहानी पसंद है। इसलिए, स्टोरी में बेहतरीन विज़ुअल का इस्तेमाल करें जो आपके ब्रैंड और ऑडियंस के अनुकूल हो।
3. वायरल मार्केटिंग- चेकलिस्ट को अपनाएं
कोई पोस्ट, वीडियो, या कॉन्टेंट तब वायरल होता है जब इसे कई लोगों द्वारा शेयर किया जाता है। लोग निम्नलिखित कारणों से कॉन्टेंट शेयर करते हैं:
- सोशल करेंसी (Social currency): लोग अच्छा कॉन्टेंट शेयर करते हैं, ताकि वे दूसरों से श्रेष्ठ दिख सकें।
- ट्रिगर: लोग कॉन्टेंट इसलिए शेयर करते हैं क्योंकि यह उनके दिमाग में रहता है।
- भावना: अगर लोग कॉन्टेंट से भावनात्मक तौर पर जुड़ाव महसूस करते हैं, तो वे उसे शेयर करते हैं।
- लोग: लोग दूसरे लोगों का या जिसे ज़्यादा लोग अपनाते हैं, उसका अनुसरण करते हैं।
- व्यावहारिक महत्व: व्यवहारिक महत्व का कॉन्टेंट लोग शेयर करते हैं।
- कहानियां: लोग कहानियां शेयर करना पसंद करते हैं।
परिणाम
- अपनी पोस्ट या कैंपेन के माध्यम से लोगों को भावनात्मक तौर पर जोड़ें
- कैंपेन बनाने से पहले हमेशा कस्टमर की परेशानियों को समझें
- अपने मार्केटिंग आइडिया को सरल और अनोखे तरीके से दिखाने का प्रयास करें